अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दर कटौती: नई नीति की दिशा
फेडरल रिजर्व के 17-18 सितंबर को आयोजित हो रही फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (FOMC) की बैठक में संभावित ब्याज दर कटौती को लेकर बाजार में हलचल है। यह दर कटौती 18 सितंबर को दोपहर 2 बजे ET पर घोषित होने की उम्मीद है। चार वर्षों में यह पहली बार होगा जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर रहा है, जो मौद्रिक नीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है।
इस मोड़ पर, फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 2:30 बजे ET पर आयोजित की जाएगी, जिसे निवेशकों और व्यापारियों द्वारा ध्यानपूर्वक देखा जाएगा। इसमें वे भविष्य की नीतिगत दिशाओं पर मार्गदर्शन देंगे। श्रम बाजार की स्थिति और मुद्रास्फीति दोनों पर अब निवेशकों की गहरी नजर है।
फेड के इस कदम को वॉल स्ट्रीट के लिए सकारात्मक माना जा रहा है। 0.25% की दर कटौती अपेक्षित है, जो हाल में आए मुद्रास्फीति डेटा के बाद की जा रही है। एक बड़ी दर कटौती की संभावनाओं से आर्थिक स्थिति के खराब होने का संकेत मिल सकता है, जिससे बाजार में और ज्यादा असंतुलन पैदा हो सकता है।
दर कटौती और भविष्य की दिशा
पिछले जुलाई 2023 में फेड ने अपनी बेंचमार्क दर को 5.25% से 5.5% तक बढ़ाया था और तब से दरें स्थिर बनी हुई हैं। इसमें भी कहा जा रहा है कि श्रम बाज़ार के डेटा अब मुद्रास्फीति के मुकाबले अधिक महत्वपूर्ण हैं, और अगर श्रम बाज़ार की स्थिति खराब होती है तो और भी आक्रामक दर कटौतियां देखने को मिल सकती हैं।
माइकल ब्राउन, पेपरस्टोन के सीनियर रिसर्च स्ट्रेटेजिस्ट, बताते हैं कि यदि आवश्यकता हो तो फेड की दरें घटाने और क्वांटिटेटिव टाइटनिंग समाप्त करने की क्षमता निवेशकों के लिए भरोसे का स्रोत है। यह 'फेड पुत' की मजबूती को दर्शाता है, जो दर्शाता है कि इक्विटी बाजार की गिरावट अपेक्षाकृत कम होगी।
मार्केट्स अगले एफओएमसी की बैठकों के लिए और भी दर कटौतियों की उम्मीद कर रहे हैं, जिनमें विशेष रूप से 6-7 नवंबर और 17-18 दिसंबर के सत्र शामिल हैं। संभवतः 50 बेसिस पॉइंट्स की दर कटौती भी की जा सकती है।
पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहमियत
निवेशक और व्यापारी जेरोम पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर गहरी नजर बनाए हुए हैं। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आगामी दर कटौतियों और भविष्य की मौद्रिक नीतियों के बारे में महत्वपूर्ण संकेत दे सकती है। आमतौर पर, फेड की दर नीति और बयानों का सीधा प्रभाव वित्तीय बाजारों पर पड़ता है।
इस तरह की घोषणाओं के समय, तापसता और अस्थिरता का माहौल बना रहता है, क्योंकि नीतिगत परिवर्तन न केवल अमेरिका बल्कि विश्व भर के बाजारों को प्रभावित करते हैं। पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस की टिप्पणियां निवेशकों के आने वाले समय के लिए निर्णय लेने के पैमाने पर भारी पर्दा डाल सकती हैं।
अंतत: फेडरल रिजर्व की यह दर कटौती और इसके पीछे की नीतिगत दिशा अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव डाल सकती हैं। निवेशक इस समय की मौद्रिक नीति को दबाव और ध्यान से देख रहे होंगे, जो वित्तीय बाजारों की दिशा को नए सिरे से परिभाषित कर सकती है।
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