आईआरएफसी का शुद्ध लाभ 34% बढ़कर 1,717 करोड़ रुपये हुआ, 70 पैसे प्रति शेयर लाभांश देगी

आईआरएफसी का शुद्ध लाभ 34% बढ़कर 1,717 करोड़ रुपये हुआ, 70 पैसे प्रति शेयर लाभांश देगी

भारतीय रेलवे वित्त निगम लिमिटेड (आईआरएफसी) ने मार्च 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अपने शुद्ध लाभ में 34% की उल्लेखनीय वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने इस अवधि में 1,717.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,279.6 करोड़ रुपये था।

यह वृद्धि मुख्य रूप से उच्च आय के कारण हुई है। आईआरएफसी की कुल आय इस तिमाही में 5% बढ़कर 6,477.9 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 6,230.2 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में कंपनी का कुल व्यय 4,760.6 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023 की इसी तिमाही में 4,945 करोड़ रुपये था।

शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन, आईआरएफसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 70 पैसे प्रति शेयर के अंतिम लाभांश को मंजूरी दे दी है। यह लाभांश कंपनी के शानदार वित्तीय प्रदर्शन और निवेशकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इसके अलावा, आईआरएफसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कर-मुक्त बॉन्ड और कर योग्य बॉन्ड के माध्यम से 50,000 करोड़ रुपये तक धन जुटाने के लिए अधिकृत किया है। यह कदम कंपनी की भविष्य की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने और विकास योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।

आईआरएफसी के बारे में

भारतीय रेलवे वित्त निगम लिमिटेड (आईआरएफसी) भारतीय रेलवे की विशेष वित्तीय शाखा के रूप में कार्य करती है। यह भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। आईआरएफसी का मुख्य उद्देश्य भारतीय रेलवे की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना है, जिसमें रोलिंग स्टॉक की खरीद, पटरियों के नवीनीकरण और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास के लिए धन जुटाना शामिल है।

कंपनी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों से धन जुटाती है। यह कर-मुक्त बॉन्ड और कर योग्य बॉन्ड जारी करने के अलावा विभिन्न वित्तीय संस्थानों और बैंकों से ऋण लेती है। आईआरएफसी न केवल भारतीय रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, बल्कि एक मजबूत वित्तीय प्रदर्शन भी दर्शाती है।

भविष्य की संभावनाएं

आईआरएफसी का मानना है कि भारतीय रेलवे में निवेश करना लंबे समय में फायदेमंद साबित होगा। भारत में रेल यातायात की मांग लगातार बढ़ रही है और भारतीय रेलवे अपने नेटवर्क का विस्तार और सुधार कर रही है। इससे आईआरएफसी को भविष्य में वित्तीय विकास की अच्छी संभावनाएं मिलेंगी।

कंपनी का मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की वित्तीय योजनाएं इसके लंबे समय तक टिकाऊ विकास को सुनिश्चित करती हैं। निवेशकों का विश्वास बनाए रखने और उन्हें रिटर्न प्रदान करने की क्षमता आईआरएफसी के लिए सकारात्मक संकेत है।

भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास और रेलवे क्षेत्र में सुधार के साथ, आईआरएफसी भारत के सतत विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती रहेगी। कंपनी का लक्ष्य भारतीय रेलवे की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ अपने शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन करना है।

निष्कर्ष

आईआरएफसी का मार्च 2024 तिमाही में शानदार वित्तीय प्रदर्शन उसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है। कंपनी की आय में वृद्धि और शुद्ध लाभ में 34% की उल्लेखनीय वृद्धि ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है।

70 पैसे प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा शेयरधारकों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। साथ ही, भविष्य के लिए 50,000 करोड़ रुपये तक के धन जुटाने की योजना आईआरएफसी के विकास और विस्तार के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है।

भारतीय रेलवे के विकास में आईआरएफसी की महत्वपूर्ण भूमिका और भारतीय अर्थव्यवस्था में रेलवे क्षेत्र का योगदान कंपनी के लिए लंबे समय में सकारात्मक परिणाम लाएगा। निवेशकों और शेयरधारकों के लिए आईआरएफसी एक आकर्षक निवेश विकल्प बना हुआ है।

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