जब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025भारत और श्रीलंका के लिए अपनी 15-खिलाड़ी वाली टीम का अनावरण किया, तो देश की क्रिकेट प्रशंसकों की धड़कनें तेज़ हो गईं। यह घोषणा 27 अक्टूबर 2025 को हुई, और बांग्लादेश की दूसरी विश्व कप यात्रा को चिह्नित करती है। प्रमुख कप्तान के रूप में नगार सुल्ताना जोटी ने फिर से ध्वजभार संभाला, जो 2022 में टीम को पहली बार विश्व कप में पहुँचाने का श्रेय उनके पास है।
स्क्वाड की संरचना और प्रमुख खिलाड़ी
टीम में कुल पंद्रह खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें से कुछ ने पहले ही अपने ओडीआई डेब्यू की तैयारी कर ली है। नीचे एक संक्षिप्त सूची दी गई है:
- कप्तान – नगार सुल्ताना जोटी
- व्हिकेट-कीपर बैटर – रुबया हैदर जेह्लिक (पहली बार ओडीआई कॉल‑अप)
- ऑलराउंडर – नाहिदा अख्तेर, फरज़ाना हक़, शरमिन अख्तेर सुप्ता, सोभना मोस्टरी, रितु मोनी, शोरना अख्तेर, फ़हिमा ख़तून
- उभरती प्रतिभाएँ – निशिता अख्तेर निशी, सुमैया अख्तेर (उन्हें U‑19 विश्व कप में चमकते हुए देखा गया)
- तीव्र गति की गेंदबाज़ी – मारुफ़ा अख्तेर (कप्तान जोटी ने इस पर विशेष भरोसा जताया)
रुबया जेह्लिक, जिन्होंने अब तक छह टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं, इस बार 50‑ओवर फॉर्मेट में कदम रख रही हैं। यह बदलाव उनके करियर में एक मील का पत्थर है, क्योंकि उन्होंने अब तक केवल छोटे स्वरूप में खेला था।
युवा प्रतिभाओं की चमक
निशिता निशी और सुमैया अख्तेर का चयन बांग्लादेशी टीम की दीर्घकालिक योजना को दर्शाता है। दोनों ने 2025 के ICC महिला अंडर‑19 टी20 विश्व कप में खुद को साबित किया था। विशेष रूप से सुमैया ने मलेशिया में आयोजित अंडर‑19 टूर्नामेंट में टीम का नेतृत्व किया था, और मार्च 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना ओडीआई डेब्यू भी कर लिया था। इस प्रकार उनका अनुभव अब वरिष्ठ टीम में भी काम आएगा।
टूर्नामेंट की शुरुआती झलकियाँ
वर्ल्ड कप का पहला चरण अब तक कुछ रोमांचक मुकाबले दिखा चुका है। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ दो लगातार जीत हासिल की, जिससे उन पर भरोसा बढ़ा। इसके अलावा इंग्लैंड के साथ हुआ टकराव कड़ा रहा, लेकिन अंत में इंग्लैंड ही आगे निकला। टीम के कोच ने कहा, “हमें हर मोमेंट का फायदा उठाना चाहिए, क्योंकि इस दौर में प्रत्येक मैच हमारे रैंकिंग में बड़ा फर्क डालता है।”

मुख्य तथ्य
- स्क्वाड में 15 खिलाड़ी – 3 टॉप‑ऑर्डर, 6 मध्य‑क्रम, 6 फे़नर.
- रुबया हैदर जेह्लिक पहली ओडीआई कॉल‑अप पर.
- निशिता निशी और सुमैया अख्तेर ने अंडर‑19 विश्व कप में चमकीला प्रदर्शन किया.
- बांग्लादेश ने टॉर्नामेंट में पाकिस्तान को 2‑0 से हराया.
- कप्तान जोटी ने मारुफ़ा अख्तेर को भविष्य की तेज़ गेंदबाज़ी का सितारा कहा.
विशेषज्ञों की राय
क्रिकेट विश्लेषक राहुल चारण ने कहा, “बांग्लादेश का मिश्रण बहुत समझदारी से चुना गया है। अनुभवी खिलाड़ी संतुलन बनाते हैं, जबकि युवा प्रतिभाएँ नई ऊर्जा ले आती हैं। यदि मारुफ़ा जैसी तेज़ गेंदबाज़ी को सही दिशा में विकसित किया जाए, तो यह टीम को बड़े मैचों में जीत दिला सकती है।”
दूसरी ओर, महिला खेलों की गुरु समीरा बिस्वास ने इस बात को उजागर किया कि “वर्ल्ड कप जैसे मंच पर युवा खिलाड़ियों का अनुभव बढ़ाने से न केवल उनका व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि देश की क्रिकेट इन्फ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत होती है।”

आगे क्या?
बांग्लादेश को अभी भी ग्रुप स्टेज में दो और मैच खेलने बचे हैं – न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ। अगर वे इन मुकाबलों में भी पॉइंट्स जुटा पाते हैं, तो अर्द्ध-फ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीद बढ़ जाएगी। कप्तान जोटी ने बताया कि टीम की तैयारी “कड़ी, लेकिन लचीली” है, और उन्होंने सभी खिलाड़ियों को “हर गेंद को गंभीरता से लेने” की सलाह दी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बांग्लादेश के इस स्क्वाड में सबसे बड़ी ताकत क्या है?
अनुभवी बैटर और तेज़ गेंदबाज़ी के मिश्रण के साथ युवा प्रतिभाओं का समावेश टीम को संतुलित बनाता है। विशेषकर मारुफ़ा अख्तेर जैसी तेज़ गेंदबाज़ी को प्रशिक्षित करने की योजना, बांग्लादेश को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त देती है।
रुबया हैदर जेह्लिक की ओडीआई कॉल‑अप क्यों महत्वपूर्ण है?
वह पहले टी20 में ही टीम के लिए भरोसेमंद रही हैं। अब ओडीआई में उनका समावेश उसकी व्यक्तिगत प्रगति और टीम की बैटिंग गहराई दोनों को बढ़ाता है, क्योंकि वह विकेट‑कीपर‑बैटर के रूप में दोहरी भूमिका निभाएंगी।
बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ कैसे जीती?
बिलर्ड्स ने स्थिर साझेदारी और तेज़ फील्डिंग पर जोर दिया। नाहिदा अख्तेर की सीमेंटरी वीक एट की फेज़िंग और रितु मोनी की तेज़ रन‑रेट ने स्कोरबोर्ड को प्रेशर में रखा, जिससे पाकिस्तान को दो हारें झेलनी पड़ी।
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में बांग्लादेश को क्या सीख मिली?
इंग्लैंड की पावरहिटिंग और बौंड्री की गति ने बांग्लादेश को अपने मिड‑इंिंग स्ट्रैटेजी को पुनः देखना पड़ता दिखाया। टीम ने बताया कि बॉलिंग डिप्थ और फील्डिंग एफर्ट्स को बढ़ाना अगले मैचों में जरूरी होगा।
अगले दो मैचों में बांग्लादेश के लिए सबसे बड़ा चुनौती क्या होगी?
न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही टीमों की बैटिंग लाइन‑अप बहुत मजबूत है। बांग्लादेश को इन दोनों पर अपनी बॉलिंग विविधता और मध्य‑क्रम की स्थिरता दिखानी होगी, तभी ग्रुप स्टेज के अर्द्ध‑फ़ाइनल क्वालिफ़िकेशन का रास्ता साफ़ होगा।
1 टिप्पणि
बांग्लादेश की महिला टीम के चयन में एक संतुलित मिश्रण दिख रहा है; अनुभवी बॅटर और तेज़ गेंदबाज़ी दोनों की उपस्थिति टॉर्नामेंट में स्थिरता प्रदान करेगी 😊। इस संतुलन के कारण कोचिंग स्टाफ को लचीलापन मिलेगा, जिससे टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मैट में रणनीति बदल पायेगी।
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