धर्म और संस्कृति: रोजमर्रा की पूजा, त्यौहार और परंपराएँ
क्या आप अगले त्योहार की तिथि, पूजा का सही मुहूर्त या परंपरा की वजह जानना चाहते हैं? इस श्रेणी में आपको साफ, सीधे और व्यावहारिक लेख मिलेंगे जो रोज़मर्रा के धार्मिक और सांस्कृतिक सवाल हल करते हैं।
यह पेज त्यौहारों की ताज़ी खबरों, पूजा के समय, और परम्पराओं के आसान सुझावों के लिए है। हम लंबी कहानियाँ नहीं बताते, सिर्फ़ वही जानकारी जो तुरंत काम आए—जैसे पूजा का शुभ समय, किस दिशा में दीपक जलाएँ, या त्योहार पर क्या ध्यान रखें।
त्योहार और तिथियाँ
यहाँ आप हालिया और आने वाले त्योहारों के सरल विवरण पाएँगे। उदाहरण के लिए, हमारी रिपोर्ट में देवशयनी एकादशी का पूजा मुहूर्त 2024 (16 जुलाई रात 8:33 से 17 जुलाई रात 9:02) और सुबह के श्रेष्ठ समय (5:33 से 7:17) स्पष्ट रूप से दिया गया है। ऐसे तथ्य आपको पूजा की तैयारी में समय बचाते हैं।
नरक चतुर्दशी जैसी परंपराओं का अर्थ और करने का तरीका भी सरल भाषा में मिलता है—जैसे यम दीपक दक्षिण दिशा में क्यों जलाते हैं और इसे करते समय क्या सावधानियाँ रखें। छोटे-छोटे निर्देश पढ़ कर आप रिवाज सही तरीके से निभा पाएँगे।
रिवाज, संदेश और व्यवहारिक सुझाव
हमारे लेख सिर्फ़ इतिहास नहीं बताते, बल्कि बताते हैं कि आज के जीवन में ये परम्पराएँ कैसे लागू होती हैं। गुरु गोबिंद सिंह जयंती जैसे लेख में आप उनके संदेश, खालसा पंथ की स्थापना और आज के संदर्भ में क्या सीख मिलती है—सब स्पष्ट रूप से पढ़ेंगे।
रोज़मर्रा के धर्म संबंधी निर्णयों में मदद चाहिए? हमारे लेख आपको बताएँगे कि पूजा की सामग्री कैसे चुनें, घर पर सुरक्षा के साधारण नियम क्या हों, और किस तरह की भाषा बच्चों को परंपरा समझाने में असरदार रहेगी।
कभी-कभी आप ज्योतिष या अंकशास्त्र से भी मार्गदर्शन चाहते हैं। उदाहरण के तौर पर, मूलांक 4 वालों के लिए दिनचर्या और निवेश जैसे व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं—यह समझना कि कौन से फैसले आज सुरक्षित रहेंगे, सीधे काम आता है।
हमारी भाषा आसान है और हर नोट में सीधे काम आने वाले टिप्स होते हैं। अगर आप किसी पर्व की तिथि, पूजा का सही समय या परंपरा का कारण तुरंत देखना चाहें, तो इस श्रेणी पेज से संबंधित लेखों तक पहुँच आसान है।
पढ़ें, समझें और आज़माएँ—अगर किसी लेख में तारीख या समय दिया है तो उसे अपने स्थानिक पंचांग या आधिकारिक स्रोत से एक बार क्रॉस-चेक कर लें। यही छोटा कदम आपके पूजा और त्यौहार को और सुरक्षित बना देगा।
करवा चौथ 2025: जयपुर में चंद्रउदय समय, लाइव कवरेज और पूजा विधि
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : अक्तू॰ 11 2025
करवा चौथ 2025 के लिए जयपुर में चंद्रउदय समय 08:23 PM IST बताया गया, लाइव कवरेज और पूजा विधियों की विस्तृत जानकारी।
Gita Run: Kurukshetra में अंतर्राष्ट्रीय गीत महोत्सव के दौरान हजारों की भागीदारी
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : सित॰ 22 2025
28 नवंबर 2024 को Kurukshetra में ब्रह्म सरोवर पर आयोजित हुए Gita Run में पुरुषों के लिए 10 किमी और महिलाओं के लिए 5 किमी दो दूरीयों में हजारों लोगों ने भाग लिया। हरियाणा के सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्री कृष्णा बेदी ने रेस का फлаг फेँका। यह इवेंट 18‑दिन के International Gita Mahotsav का हिस्सा था, जिसमें विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे।
मूलांक 4 वालों के लिए 28 जुलाई 2025: सुरक्षित निवेश, स्थिरता और तरक्की का दिन
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : जुल॰ 28 2025
28 जुलाई 2025 को मूलांक 4 वालों का दिन स्थिरता और व्यावहारिक योजनाओं पर केंद्रित रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, नौकरी और व्यापार में सुरक्षित फैसले लाभ देंगे। परिवार और सेहत का ध्यान रखने की सलाह है, शुभ रंग मरून और संख्या 7 आपके लिए खास रहेंगे। यह सप्ताह अनुशासन और योजनाबद्ध तरक्की का है।
गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025: महत्व, संदेश और शिक्षाएं
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : जन॰ 6 2025
गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025 को गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन उनके जीवन और सिख धर्म की दिशा में उनके योगदान को समर्पित है। खालसा पंथ की स्थापना और उनकी शिक्षाओं की प्रासंगिकता को याद दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। लोग इस पावन दिन पर उनके जीवन के संदेश और शिक्षाओं को साझा करते हैं।
नरक चतुर्दशी 2024: यम दीपक का महत्त्व और दिशा के रहस्य
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : अक्तू॰ 30 2024
नरक चतुर्दशी दिवाली से पहले मनाई जाती है और यम दीपक की सही दिशा में प्रज्ज्वलन से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर यम दीपक दक्षिण दिशा में जलाया जाता है, जो यमराज से जुड़ी मानी जाती है। यह परंपरा भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं में गहराई से रची-बसी है, इसे सही ज्ञान और समझ के साथ मनाना अहम है।
देवशयनी एकादशी पूजा मुहूर्त 2024: एकादशी पर पूजन का सर्वोत्तम समय
- 在 : Karthik Rajkumar Kannan
- दिनांक : जुल॰ 16 2024
देवशयनी एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने की योगिक नींद में चले जाते हैं और ब्रह्मांड का प्रबंधन भगवान शिव संभालते हैं। 2024 में एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 8:33 बजे से शुरू होकर 17 जुलाई को रात 9:02 बजे समाप्त होगी। पूजा का सबसे अच्छा समय सुबह 5:33 बजे से 7:17 बजे तक है।