गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025: महत्व, संदेश और शिक्षाएं
गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2025 को गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन उनके जीवन और सिख धर्म की दिशा में उनके योगदान को समर्पित है। खालसा पंथ की स्थापना और उनकी शिक्षाओं की प्रासंगिकता को याद दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। लोग इस पावन दिन पर उनके जीवन के संदेश और शिक्षाओं को साझा करते हैं।
नरक चतुर्दशी 2024: यम दीपक का महत्त्व और दिशा के रहस्य
नरक चतुर्दशी दिवाली से पहले मनाई जाती है और यम दीपक की सही दिशा में प्रज्ज्वलन से अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर यम दीपक दक्षिण दिशा में जलाया जाता है, जो यमराज से जुड़ी मानी जाती है। यह परंपरा भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं में गहराई से रची-बसी है, इसे सही ज्ञान और समझ के साथ मनाना अहम है।
देवशयनी एकादशी पूजा मुहूर्त 2024: एकादशी पर पूजन का सर्वोत्तम समय
देवशयनी एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने की योगिक नींद में चले जाते हैं और ब्रह्मांड का प्रबंधन भगवान शिव संभालते हैं। 2024 में एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 8:33 बजे से शुरू होकर 17 जुलाई को रात 9:02 बजे समाप्त होगी। पूजा का सबसे अच्छा समय सुबह 5:33 बजे से 7:17 बजे तक है।