चेन्नई के पास मालगाड़ी से टक्कर: मैसूर-दारभंगा एक्‍सप्रेस में भयानक हादसा, 19 घायल

चेन्नई के पास मालगाड़ी से टक्कर: मैसूर-दारभंगा एक्‍सप्रेस में भयानक हादसा, 19 घायल

मैसूर-दारभंगा एक्सप्रेस की भयानक टक्कर

शुक्रवार की शाम के समय मैसूर-दारभंगा भगमती एक्सप्रेस एक भयानक हादसे का शिकार हो गई जब चेन्नई के पास कावाराइपेट्टई रेलवे स्टेशन पर वह एक मालगाड़ी से टकरा गई। यह दुर्घटना उस समय हुई जब एक्सप्रेस ट्रेन पटरी पर आ रही थी और एक खड़ी मालगाड़ी से जाकर टकरा गई। इस टक्कर के कारण छह डिब्बे पटरी से उतर गए और दो डिब्बों में आग लग गई, जिससे रेलवे अधिकारी और स्थानीय प्रशासन तुरंत सतर्क हो गए। हादसे में कम से कम 19 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

राहत और बचाव कार्य

हादसे के तुरंत बाद, बचाव कार्य शुरू कर दिए गए थे। अधिकारियों ने तुरंत जुटकर राहत कार्य में तेजी लाई। तिरुवल्लूर जिले के कलेक्टर टी प्रभुशंकर ने बताया कि रेल हादसे के बाद बचाव दल मौके पर पहुंच गए और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद कुछ लोगों को छुट्टी दे दी गई। रेलवे पुलिस और फायरमैन ने स्थिति को नियंत्रित किया और प्रभावित डिब्बों में से यात्रियों को तुरंत बाहर निकाला। इस बचाव कार्य में स्थानीय स्वयंसेवकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

हादसे के संभावित कारण

हादसे के संभावित कारण

प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस दुर्घटना का कारण ट्रैक में एक तकनीकी खराबी बताई जा रही है। इस त्रुटि के कारण एक्सप्रेस ट्रेन गलत पटरी पर चली गई, जिससे उसकी टक्कर खड़ी मालगाड़ी से हो गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हादसे की जांच की जा रही है और इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। ट्रैक की सही स्थिति जानने के लिए विशेषज्ञों से समन्वय किया जा रहा है। हालांकि, इस तकनीकी त्रुटि का पूरी तरह से पता लगने में कुछ समय लग सकता है।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

इस हादसे के बाद से स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश है। कई लोगों ने रेलवे के प्रति नाराजगी जताई है और रेल व्यवस्था में सुधार की मांग की है। इस दुर्घटना के बाद क्षेत्र के कई लोग रेल यात्रा को लेकर चिंतित और परेशान हैं। यात्री सुरक्षा पर सरकारी नीतियों की पुनः समीक्षा की मांग हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसों से बचने के लिए रेलवे को अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करना चाहिए।

यात्रियों की स्थिति और सुरक्षा प्रबंध

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। सभी प्रभावित यात्रियों को मेडिकल सहायता प्रदान की जा रही है और उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा रही है। रेलवे ने सुरक्षित यात्रा करने के लिए यात्रियों को जागरूक किया है और रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। आयुक्त रेल सुरक्षा ने भी इस घटना पर अपनी टिप्पणियां दी हैं और यात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील की है। यह घटना उन यात्रियों के लिए एक चेतावनी साबित हो सकती है जो नियमित तौर पर ट्रेन से यात्रा करते हैं। उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहना चाहिए। रेलवे का कहना है कि ऐसे कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हों।

रेलवे की आगामी योजना

रेलवे की आगामी योजना

इस घटना के बाद, रेलवे प्रशासन ने तत्पर होकर इसकी जांच शुरू कर दी है और आगामी योजनाओं पर काम कर रहा है। इस पूरे हादसे से जो सबक मिले हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए रेलवे अपनी प्रक्रियाओं में आवश्यक संशोधन करने की योजना बना रहा है। साथ ही, यात्री सुरक्षा और तकनीकी ट्रैक रखरखाव में भी सुधार की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस हादसे के बाद रेलवे और भी सतर्क और सुरक्षित बनेगी। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए रेलवे विभाग किसी भी निरंतर प्रयासों से पीछे नहीं हटेगा।

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