मुकदमे की पृष्ठभूमि और दावे
2024 के शुरुआती महीनों में Sameer Wankhede ने एक डिफ़ेमेशन स्यूट दायर किया, जिसमें उन्होंने Aryan Khan की पहली डायरेक्टिंग वेब‑सीरीज़ Delhi High Court के खिलाफ 2 करोड़ रूपए की क्षतिपूर्ति का अनुरोध किया। उनका कहना था कि ‘The Bads of Bollywood’ ने उनका बेतुका, बदनाम करने वाला चित्रण किया है, जो केवल दिल्ली में नहीं बल्कि पूरे भारत में वायरल हो रहा है।
Wankhede ने यह भी जोड़ा कि उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार trolls और अपमानजनक मेमेज़ का सामना करना पड़ रहा है—कई पोस्ट को 1.3 मिलियन से अधिक व्यूज़ मिल चुके हैं। वे यह दावा कर रहे थे कि सीरीज़ में NCB (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) और अन्य एंटी‑ड्रग एजेंसियों को नकारात्मक रूप से दिखाया गया है, जबकि Aryan के केस की अभी तक बंबई हाई कोर्ट और NDPS स्पेशल कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
वकील संदीप सेठी ने अदालत में तर्क दिया कि चूँकि स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म Netflix राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच रखता है, इसलिए दिल्ली में भी इस मामले का असर है और इसलिए यह केस दिल्ली हाई कोर्ट में सुनना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली के कई उपयोगकर्ताओं ने इसी सीरीज़ को लेकर memes और गलत जानकारी फैलाई है।
न्यायालय का फैसला और आगे का रास्ता
जज पुरुषांन्द्र कौरव ने प्रश्न उठाया—क्या इस मुकदमे में कोई ऐसा कारण है जो विशेष रूप से दिल्ली से जुड़ा हो? उनका उत्तर रहा—नहीं। उन्होंने कहा, अगर Wankhede यह साबित कर पाते कि उनका सबसे बड़ा नुकसान दिल्ली में हुआ है, या उनके खिलाफ डिफ़ेमेशन का मुख्य प्रसार दिल्ली के भीतर हुआ है, तो मामला यहाँ सुना जा सकता था। लेकिन मौजूदा दस्तावेज़ों में ऐसी कोई ठोस उम्मीद नहीं दिखी।
जज ने Wankhede को यह सुझाव दिया कि वे अपना केस संशोधित करके कारणों का स्पष्ट उल्लेख करें, ताकि बाद में किसी अन्य उपयुक्त कोर्ट में पुनीत किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि यह फैसला केवल प्रक्रियात्मक है; अगर आगे भी Wankhede को लगता है कि उनका मानहानि हुआ है, तो वे मुंबई या बंबई हाई कोर्ट जैसी जुरिस्डिक्शन में पुनः दायर कर सकते हैं।
यह मामला 2021 के एक बड़े विवाद से जुड़ा है, जब तब Wankhede ने मुंबई के समुद्र में स्थित यॉट Cordelia पर एक नाबालिग ड्रग ऑपरेशन में Aryan Khan को हिरासत में लिया था। बाद में 2022 में NCB ने Aryan को क्लियर किया, यह कहते हुए कि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला और रेज़नल ड्रग केस में कई अनियमितताएं पाई गईं। इस दौरान Wankhede खुद भी कई जांचों का हिस्सा बन गए, जिनमें शाहरुख खान पर 25 करोड़ रुपये की रिश्वत लेन‑देन का आरोप भी शामिल था, पर अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
- डिफ़ेमेशन केस का मूल बिंदु: Aryan Khan की सीरीज़ में NCB को नकारात्मक रूप से दिखाना।
- Wankhede का लक्ष्य: 2 करोड़ रूपए की क्षतिपूर्ति, जिसे वे टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल को दान देना चाहते थे।
- कोर्ट का निर्णय: दिल्ली में कारण नहीं दिखने के कारण केस अनिवार्य नहीं है; पुनः दाखिल करने की जरूरत।
- भविष्य का कदम: उपयुक्त जुरिस्डिक्शन में नया मुकदमा या मौजूदा दस्तावेज़ में सुधार।
संक्षेप में, इस सुनवाई ने दिखाया कि कानूनी प्रक्रिया में क्षेत्रों की सीमा कितनी महत्वपूर्ण है। चाहे आप किसी बड़े उत्पादन या इन्फ्लुएंसर के खिलाफ केस दायर कर रहे हों, उचित जुरिस्डिक्शन की पहचान नहीं होने पर अदालत सिर्फ प्रक्रिया की दिक्कत को ही रेखांकित करेगी। Aryan Khan की ‘The Bads of Bollywood’ को इस फैसले से कोई ठोस बाधा नहीं मिलेगी, पर Sameer Wankhede को नई रणनीति अपनानी होगी।
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