जब गांधी जयनती, महात्मा गांधी की जन्म जयंती, जो 2 अक्टूबर को मनाई जाती है और उनके विचारों को याद करती है. Also known as गांधी दिवस का जश्न मनाते हैं, तो हम सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक पूरे दर्शन के साथ जुड़े होते हैं। यह दिन हमें गांधी जी की तीन मुख्य अवधारणाओं – अहिंसा, गांधी जी का प्रमुख सिद्धांत, जिसमें बिना हिंसा के विरोध करना शामिल है, सत्याग्रह, सच्चाई के लिए शांतिपूर्ण चुनौतियों का तरीका और स्वराज्य, आत्मनिर्भरता और स्थानीय स्वशासन की भावना की याद दिलाता है।
गांधी जयनती केवल स्मृति नहीं, यह अहिंसा को देश में सामाजिक सुधार का आधार बनाती है – यही पहला संतुलन है। सत्याग्रह सामाजिक परिवर्तन को प्रेरित करता है, चाहे वह ग्रामीण जल संरक्षण हो या डिजिटल वित्त का विस्तार। स्वराज्य आज के स्टार्ट‑अप और नई IPO‑जैसे Tata Capital की लिस्टिंग में दिखता है, जहाँ आत्मनिर्भरता के विचार दिलाते हैं कि स्थानीय उद्योग भी विश्व में प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं। इन तीनों सिद्धांतों ने 2025 के कई बड़े समाचारों को आकार दिया: Bitcoin की नई ऊँचाइयों पर रचाई गई रिपोर्ट, बांग्लादेश की महिला क्रिकेट टीम की सफल टीम घोषणा, और भारत‑वेस्टइंडीज़ टेस्ट जीत जो राष्ट्रीय गर्व को बढ़ाती है।
जब हम आज की आर्थिक लहरों को देखते हैं, तो गांधी जी की स्वराज्य की भावना डिजिटल भुगतान, वित्तीय साक्षरता और छोटे‑उद्योगों के समर्थन में परिलक्षित होती है। उदाहरण के तौर पर, GST कट से सब‑कम्पैक्ट कारों की कीमतें घटाईं और मध्यम वर्ग को कार‑खरीदारी की राहत मिली – यह वही आर्थिक सशक्तिकरण है जो गांधी जी ने चाहा था। इसी तरह, Bitcoin का $125,000 पार करना बाजार में नई आशा लेकर आया, लेकिन जनभाईचारा और नियामक नियंत्रण की जरूरत भी दिखायी, जो अहिंसा‑आधारित नियामक ढाँचा सोच सकता है।
स्पोर्ट्स की दुनिया में भी गांधी जी के सिद्धांतों का असर है। महिला क्रिकेट में भारत‑वर्ल्ड कप जीत, हर्मनप्रीत कौर की शतक‑जैसे कार्य, और नई टीमों की घोषणा – सब मिलकर राष्ट्रीय एकता और सहयोग की भावना को बढ़ाते हैं। यह वही सहयोगी भावना है, जो गांधी जी ने आत्मनिर्भर ग्राम विकास में कहा था।
आज की युवा पीढ़ी इन विचारों को सोशल मीडिया, ऑनलाइन कॉन्टेंट और एप्प्स के जरिये अपनाती है। चाहे वह बीजिंग में Xiaomi के नई फ़ोन की लांच की चर्चा हो, या Google के 27वें जन्मदिन पर क्लासिक लोगो डूडल की यादें, सब में एक ही बात दोहराई जाती है: सरलता, नवाचार और सार्वभौमिक उपयोगिता। यही गांधी जी का संदेश था – तकनीक को मानवता के लिए काम करना।
अब आप यहाँ विभिन्न लेखों, समाचारों और विश्लेषणों को पाएँगे जो गांधी जयनती के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं – चाहे वह सामाजिक सुधार, आर्थिक विकास, खेल, या तकनीक हो। इन लेखों के साथ आप देखेंगे कि गांधी जी की शिक्षाएँ सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि आज की हर खबर में बसी हुई हैं।
राजस्थान में 30 सितंबर से अक्टूबर तक स्कूल‑ऑफ़िस बंद, गांधी जयंती‑दीवाली सहित कई त्यौहार
राजस्थान सरकार ने 30 सितंबर से अक्टूबर तक स्कूल‑ऑफ़िस बंद कर दी। गांधी जयंती, दीवाली सहित कई त्यौहारों के कारण 8½ मिलियन छात्रों और 6 लाख कर्मचारियों को लंबा अवकाश मिलेगा।