तीसरा ODI: भारत-इंग्लैंड महिला क्रिकेट श्रृंखला का निर्णायक पहलू
नॉर्थर्न इंग्लैंड के एक बड़े मैदान में खेला गया यह तिीसर ODI, दोनों टीमों के बीच 1-1 बराबरी को तोड़ने का अत्यंत महत्त्वपूर्ण सामना था। पिछले दो मैचों में हर टीम ने एक‑एक जीत हासिल की थी, इसलिए इस मैच को ‘शृंखला निर्णायक’ कहा जा सकता है। भारत महिला क्रिकेट ने पहले मैच में जीत का पहला कदम रखा था, जबकि इंग्लैंड ने लर्ड्स में दोबारा शानदार जीत कर जाली को बराबर किया था। इस माहौल में भारतीय कैप्टेन ने अपने बैटिंग क्रम को भरोसे से चलाया।
भारत महिला क्रिकेट के लिए यह जीत मात्र एक मैच नहीं, बल्कि टूर का समापन भी थी। मैच की शुरुआत में भारतीय गेंदबाज़ों ने कड़ी लाइन और लीडिंग लेंथ पर नियंत्रण बनाया, जिससे इंग्लैंड के शुरुआती साझे को जल्दी ही टूटना पड़ा। इस दबाव के बीच, भारत की टॉप ऑर्डर ने क्रमशः अपना योगदान दिया।

मुख्य प्रस्तुतियां और भविष्य का प्रभाव
कैप्टेन हर्मनप्रीत कौर ने पूरी टीम को नई दिशा दी। 84 गेंदों पर 102 रन बनाकर उन्होंने शतक के साथ ही टीम को एक मोटा लक्ष्य दिलवाया। उनका प्रति गेंद औसत 1.21 रहा, जो आज के महिला ODI में बहुत प्रभावी माना जाता है। उनके बाद, जेमिमा रोड्रिगेज ने 45 गेंदों में 50 तीनों में फॉल्टों के साथ तेज़ी से भागीदारी की, जिससे भारत का स्कोर 230 के करीब पहुँच गया। इन दोनों के बीच 115 रन का साझेदारी बना, जो मैदान पर दबाव को और बढ़ा गया।
इंग्लैंड की ओर से एम्मा लैम्ब ने 81 गेंदों में 68 रन बनाकर प्रतिरोध दिखाया। उन्होंने दो-तीन के साथ कई सीमों को पार किया, लेकिन टीम की कुल गति ठहराव में रही। एम्मा के बाद एमी जोन्स ने 46* अंक बनाए, परंतु उनका योगदान आख़िरी ओवरों में पर्याप्त नहीं रहा। इंग्लैंड का अंतिम लक्ष्य 242 था, लेकिन वे 13 रन कम रह गए।
बॉलिंग की बात करें तो भारत की तेज़ गेंदबाज़ी ने इंग्लैंड के मध्य क्रम को लगातार रोक दिया। दीप्ती शर्मा और स्नेह राना के मिक्स्ड ओवरों ने पाँच विकेट लिये, जिसमें दो प्रमुख लहराते हुए बल्लेबाज शामिल थे। सॉफ़्ट स्पिनर अर्मानजोत कौर ने भी दो महत्त्वपूर्ण कैचेस लेकर टीम को फाइनल ओवर में लाभ पहुंचाया। इंग्लैंड की ओर से सॉफ़्ट पावर पैक, सोफ़िया डंक्ले और सॉफ़ी एकलेस्टोन ने मिलजुल कर तीन विकेट लिये, पर उनका कुल दबाव नहीं बना सका।
इस जीत से भारत महिला क्रिकेट के विश्व रैंकिंग पर सकारात्मक असर पड़ेगा। वर्तमान में महिला ODI में भारत को पाँचवें स्थान पर माना जाता है, और इस सफ़लता से उनकी स्थिति को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, टीम के युवा खेत्री, जैसे अब्जी जैकब और रिचा घोष, ने भी अपने प्रदर्शन के ज़रिए भविष्य की संभावनाओं को उजागर किया है।
- हर्मनप्रीत कौर: 102 (84) – शतक, टीम का सिंगल हिट
- जेमिमा रोड्रिगेज: 50 (45) – तेज़ साझेदारी
- एम्मा लैम्ब: 68 (81) – इंग्लैंड की शीर्ष स्कोरर
- एमी जोन्स: 46* (31) – आख़िरी ओवर में फॉल्ट नहीं
- दीप्ती शर्मा: 3 विकेट – मध्यक्रम को दबाव
- स्नेह राना: 2 विकेट – फाइनल ओवर में ब्रेक
टूर के अंत में, भारत महिला टीम को अब आगे के ICC महिला ODI श्रृंखला में अपनी जगह बनानी होगी। इस जीत ने उन्हें आत्मविश्वास दिलाया है और साथ ही इंग्लैंड की टीम को भी अपने प्लान में समायोजन करने की जरूरत होगी। अगले महीने में होने वाले द्विपक्षीय श्रृंखला में दोनों टीमें अपनी रणनीति को और तेज़ी से बदलने की संभावना दिखा रही हैं।
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