डेमार्जर: भारत के क्रिकेट में क्या भूमिका है?

जब हम डेमार्जर, क्रिकेट में खिलाड़ियों को अलग‑अलग वर्ग या टीम में बाँटने की प्रक्रिया. Also known as डिमर्जर, it helps selectors decide squads for different tournaments. इस शब्द को समझना जरूरी है क्योंकि यह सीधे टीम की रणनीति, स्क्वाड की ताकत और मैच‑फ़ॉर्मेट से जुड़ा है। आप अक्सर सुनते हैं ‘डेमार्जर के बाद फ़ाइनल स्क्वाड तय हुआ’, तो जान लें कि यहाँ कौन‑सी चीज़ें बदलती हैं। डेमार्जर सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि चयन प्रक्रिया में एक कदम है जो कई खेल‑पसंद लोगों के लिए चर्चा का मुद्दा बन जाता है।

क्रिकेट, भारत का सबसे लोकप्रिय खेल में डेमार्जर का असर बड़े मैचों में स्पष्ट दिखता है। जब बोर्ड नई टूर या महा‑इवेंट की घोषणा करता है, तो पहले डेमार्जर किया जाता है, फिर फाइनल स्क्वाड तय होता है। इसलिए डेमार्जर क्रिकेट के चयन प्रक्रिया को प्रभावित करता है—यह तय करता है कौन‑से खिलाड़ी टेस्ट, कौन‑से ODI या T20 में खेलने को मिलेगा। इस चरण में अक्सर युवा प्रतिभा को मौका मिलता है, जबकि अनुभवी खिलाड़ी अपनी जगह सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करते हैं।

भारत, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट जनसंख्या वाला देश के लिए डेमार्जर का मतलब सिर्फ टीम का आकार नहीं, बल्कि देश के क्रिकेट भविष्य को संवारना है। जब भारत ने हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पहले अंक बढ़ाए, तो इसके पीछे एक सटीक डेमार्जर प्रक्रिया थी जो खिलाड़ियों को फॉर्म के आधार पर चुना गया। इस प्रक्रिया ने भारत को 1‑0 लीड दिलाने वाले मैच में सही संयोजन देने में मदद की। इसलिए डेमार्जर एशिया कप टीम के स्क्वाड को आकार देता है और बड़े टूर में जीत की संभावनाएँ बढ़ाता है।

एशिया कप, एशिया में सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट का प्लान बनाते समय डेमार्जर सबसे पहले किया जाता है। इस टूर्नामेंट में भारत‑पाकिस्तान फाइनल की संभावना बनाने के लिए दोनों टीमों ने अलग‑अलग स्क्वाड तैयार किया, फिर डेमार्जर के बाद फाइनल में कौन‑से खिलाड़ी भेजेंगे, यह तय हुआ। इस कारण एशिया कप में बल्लेबाज़ों और गेंदबाजों की बल्लेबाज़ी‑गेंदबाजी संतुलन को सही रखना अनिवार्य हो जाता है। इस चरण में डेमार्जर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अंक बढ़ाने की रणनीति को भी मदद करता है क्योंकि दोनों फ़ॉर्मैट की तैयारी आपस में जुड़ी होती है।

जब हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की बात करते हैं, तो डेमार्जर की भूमिका खास तौर पर महत्वपूर्ण हो जाती है। टेस्ट मैच में लगातार प्रदर्शन दिखाने वाले बॅट्समैन और पिच‑फ्रेंडली बॉलर्स को अलग‑अलग समूह में रख कर चुना जाता है। यही कारण है कि भारत की पहली टेस्ट जीत ने 12 अंक लाए—डेमार्जर ने सही फॉर्म वाले खिलाड़ियों को मौका दिया, जिससे परिणाम बेहतर हुआ। इस उदाहरण से साफ़ है कि डेमार्जर टेस्ट‑फॉर्मेट की सफलता को सीधे प्रभावित करता है और टीम की दीर्घकालिक योजना में अहम किरदार निभाता है।

इन सभी संबंधों को देखते हुए, आपको नीचे दी गई पोस्ट सूची में कई ठोस उदाहरण मिलेंगे—जैसे भारत की वर्ल्ड टेस्ट जीत, एशिया कप की ताज़ा खबरें, महिला क्रिकेट की बड़ी जीतें और बीसीसीआई के नए अध्यक्ष की घोषणा। हर लेख डेमार्जर से जुड़े निर्णय, चयन प्रक्रिया या खेल‑प्रदर्शन पर प्रकाश डालता है। पढ़ते रहिए, ताकि आप हर महत्त्वपूर्ण मोड़ पर समझ सकें कि डेमार्जर क्यों और कैसे खेल को बदलता है। अब आगे की सूची में उन सभी ख़बरों को देखिए जो इस शब्द को जीवंत बनाती हैं।

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