जब हम शिक्षा विभाग, वर्तमान शैक्षणिक नीतियों, परीक्षा शेड्यूल और विद्यार्थियों के कल्याण को नियंत्रित करने वाला प्रमुख सरकारी खंड. इसके अन्य नाम शैक्षणिक विभाग भी हैं, तो आप सही जगह पर हैं। यह विभाग CBSE, केंद्रीय बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, जो कक्षा 10‑12 की राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करता है जैसे संस्थानों के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा का ढांचा तैयार करता है। शिक्षा विभाग का मुख्य काम पाठ्यक्रम तय करना, परीक्षा कैलेंडर जारी करना और छात्र‑शिक्षक दोनों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना है। यह विभाग सीधे बोर्ड परीक्षा, कक्षा 10 और 12 की केंद्रीय परीक्षा, जो छात्रों के भविष्य को प्रभावित करती है को प्रभावित करता है, इसलिए इसका हर निर्णय व्यापक असर डालता है।
2026 के लिए CBSE ने दो‑परिक्षा प्रणाली, एक नई व्यवस्था जहाँ छात्रों को दो अलग‑अलग सत्रों में परीक्षा देने का विकल्प मिलता है पेश की है। यह पहल छात्रों को एक बार खराब प्रदर्शन के बाद दूसरा मौका देती है, जिससे कुल अंक में सुधार की संभावना बढ़ती है। विभाग ने कक्षा 12 के लिये विस्तृत समय‑सारिणी जारी की, जिसमें फरवरी से अप्रैल के बीच कई सत्र शामिल हैं। इस नए ढांचे के तहत छात्रों को समय प्रबंधन, निरंतर अभ्यास और नमूना प्रश्नपत्रों की तैयारी पर ज़ोर देना चाहिए। साथ ही, शिक्षा नीति के अनुसार, विद्यालयों को ऑनलाइन और ऑफलाइन संसाधनों का संतुलित उपयोग करना अनिवार्य किया गया है, जिससे ग्रामीण‑शहरी अंतर कम हो सके। इस दौरान शिक्षक प्रशिक्षण, डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग और मूल्यांकन मानकों का अद्यतन भी प्रमुख कार्य बन गया है।
हालाँकि नई प्रणाली के फायदे स्पष्ट हैं, लेकिन छात्रों के बीच तनाव का स्तर भी बढ़ रहा है। छात्र तनाव, अधिक शैक्षणिक दबाव और परीक्षा की अनिश्चितता से उत्पन्न मानसिक तनाव को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूल काउंसलरों की नियुक्ति बढ़ाई और माइंडफुलनेस वर्कशॉप्स को अनिवार्य किया। कई स्कूल अब नियमित रूप से परामर्श सत्र आयोजित कर रहे हैं, जहाँ छात्रों को अपने भावनात्मक दवाब को समझने और प्रबंधित करने के तरीके सिखाए जाते हैं। साथ ही, डिजिटल शिक्षा के बढ़ते महत्व को देखते हुए, विभाग ने ऑनलाइन कक्षा में इंटरैक्टिव टूल्स, रीयल‑टाइम क्वेज़ और असाइनमेंट फीडबैक को इंटीग्रेट करने की सलाह दी है। इन उपायों से न केवल शैक्षणिक प्रदर्शन सुधरता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार आता है।
इन सभी पहलुओं को समझकर आप अगले सेक्शन में पाएँगे: नवीनतम परीक्षा तिथियां, दो‑परिक्षा प्रणाली के विस्तृत नियम, शिक्षा नीति में हुए बदलाव, और छात्रों के लिए उपलब्ध समर्थन कार्यक्रम। चाहे आप छात्र हों, अभिभावक हों या शिक्षक, इस संग्रह में आपको स्पष्ट, उपयोगी और क्रियान्वित करने योग्य जानकारी मिलेगी, जो आपको शिक्षा विभाग के कार्यों को बेहतर समझने और उससे जुड़ी सुविधाओं का लाभ उठाने में मदद करेगी। अब नीचे देखें कि इस टैग में कौन‑कौन से लेख शामिल हैं और कौन‑से विषय आपके सामने सबसे अधिक प्रासंगिक हैं।
राजस्थान में 30 सितंबर से अक्टूबर तक स्कूल‑ऑफ़िस बंद, गांधी जयंती‑दीवाली सहित कई त्यौहार
राजस्थान सरकार ने 30 सितंबर से अक्टूबर तक स्कूल‑ऑफ़िस बंद कर दी। गांधी जयंती, दीवाली सहित कई त्यौहारों के कारण 8½ मिलियन छात्रों और 6 लाख कर्मचारियों को लंबा अवकाश मिलेगा।