एंगलैंड ने बांग्लादेश के जोरदार हमले को झेलकर जीत दर्ज की, कनाइट और एकलस्टोन ने बचाई टीम

एंगलैंड ने बांग्लादेश के जोरदार हमले को झेलकर जीत दर्ज की, कनाइट और एकलस्टोन ने बचाई टीम

गुवाहाटी के बारापारा स्टेडियम में 7 अक्टूबर, 2025 को एक ऐसा मैच हुआ जिसमें इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम ने अपनी जान बचाई। बांग्लादेश ने 178 रन बनाए, और इंग्लैंड को 182 रनों का पीछा करना था — लेकिन जब दूसरी विकेट गिरी और बांग्लादेश के गेंदबाज ने लगातार तीन विकेट लिए, तो सबको लगा कि ये बांग्लादेश का मैच होने वाला है। लेकिन फिर आई हीथर कनाइट, जो इस मैच में अपनी 300वीं अंतरराष्ट्रीय बैटिंग पारी खेल रही थीं, और उनके साथ सोफी एकलस्टोन। दोनों ने मिलकर एक ऐसा जवाब दिया जिसने न सिर्फ मैच बचाया, बल्कि इंग्लैंड को अर्धफाइनल में पहुंचा दिया।

कैसे शुरू हुआ बांग्लादेश का सपना?

बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्तान जोती ने टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया — जो इस मैदान पर असामान्य नहीं था। लेकिन जब फहीमा खातून ने पहले ही दो ओपनर्स को आउट किया, तो इंग्लैंड का बल्लेबाजी ऑर्डर डगमगा गया। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने लगातार एक-एक करके विकेट लिए, और 35वें ओवर तक इंग्लैंड का स्कोर मात्र 78 रन था। फहीमा खातून (24) ने 3 विकेट लिए, और मारुफा अक्तर (22) ने दो विकेट लेकर दबाव बनाए रखा। बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने भी बहुत बुद्धिमानी से खेला — उनके टॉप स्कोरर ने नहीं, बल्कि क्रमशः नंबर 6 से 8 ने अर्धशतक बनाकर 178 रन तक पहुंचाया।

कनाइट की 300वीं पारी, एकलस्टोन का जादू

जब इंग्लैंड का स्कोर 122 पर था और चार विकेट गिर चुके थे, तो सबके दिल टूट गए। लेकिन फिर आई हीथर कनाइट — 34 साल की कप्तान, जिन्होंने अपनी 300वीं अंतरराष्ट्रीय मैच में अपने अनुभव का इस्तेमाल किया। उन्होंने 68 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनके साथ सोफी एकलस्टोन (29) ने न सिर्फ बल्लेबाजी में 41 रन बनाए, बल्कि गेंदबाजी में भी अपनी बारी आई। उन्होंने 3 विकेट लिए, जिसमें बांग्लादेश की खतरनाक बल्लेबाज जोती और अक्तर के विकेट शामिल थे। एकलस्टोन की गेंदबाजी ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को ऐसा दबाव डाला कि वे अंतिम 10 ओवर में महज 24 रन ही बना पाए।

क्यों ये जीत इतनी बड़ी है?

इंग्लैंड की ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि टूर्नामेंट का मोड़ थी। शुरुआत में दोनों टीमों के पास 2 पॉइंट्स थे। इस जीत के बाद इंग्लैंड के पास 11 पॉइंट्स हो गए, जबकि बांग्लादेश के पास मात्र 3 पॉइंट्स बचे। इसका मतलब था — बांग्लादेश की अर्धफाइनल की उम्मीदें टूट गईं। इंग्लैंड ने पहले ही 1973, 1993, 2009 और 2017 में विश्व कप जीता है, और अब वे चौथी बार ट्रॉफी जीतने के रास्ते पर आगे बढ़ गए। इस जीत ने उन्हें अर्धफाइनल में पहुंचा दिया, जहां उनका सामना ऑस्ट्रेलिया या भारत से होने वाला था।

मैदान और महत्वपूर्ण आंकड़े

मैदान और महत्वपूर्ण आंकड़े

बारापारा स्टेडियम, गुवाहाटी के 40,000 सीटों वाले मैदान पर भीड़ ने बिना बुलाए ही आ जाने का फैसला किया। लोग बांग्लादेश के लिए दौड़ रहे थे — लेकिन जब एकलस्टोन ने आखिरी विकेट लिया, तो उनके दिल टूट गए। इंग्लैंड की जीत का निर्णायक आंकड़ा था — 46.1 ओवर में 182 रन। बांग्लादेश ने 49.4 ओवर में 178 रन बनाए। यानी इंग्लैंड ने 3.5 ओवर बचाकर जीत दर्ज की। ये वो तेजी है जिसकी आजकल क्रिकेट में कमी है।

टूर्नामेंट का नक्शा: अब क्या होगा?

इस टूर्नामेंट की शुरुआत 25 सितंबर, 2025 को हुई थी और ग्रुप स्टेज 15 अक्टूबर को समाप्त हुई। अर्धफाइनल 18 और 19 अक्टूबर को होंगे, और फाइनल 22 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में। इंग्लैंड अब भारत या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगी — दोनों ही टीमें अभी तक अपने मैच जीतती आ रही हैं। लेकिन इंग्लैंड के पास अब एक बड़ा फायदा है — वे अपने अनुभवी खिलाड़ियों के साथ दबाव में खेलने का अभ्यास कर चुकी हैं। वहीं बांग्लादेश के लिए ये टूर्नामेंट एक सबक बन गया — जब आप बड़ी टीमों के खिलाफ खेलते हैं, तो एक बार की जीत काफी नहीं, बल्कि लगातार दो-तीन मैच जीतने की जरूरत होती है।

क्या इंग्लैंड की टीम अब ट्रॉफी के करीब है?

क्या इंग्लैंड की टीम अब ट्रॉफी के करीब है?

हां, लेकिन आसान रास्ता नहीं। ऑस्ट्रेलिया अभी तक बिना हारे आ रही है, और भारत ने घरेलू मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। लेकिन इंग्लैंड के पास एक ऐसा गुण है जो दूसरी टीमों के पास नहीं — वे दबाव में खेलते समय अपने अनुभवी खिलाड़ियों को भरोसा करती हैं। कनाइट की 300वीं पारी, एकलस्टोन का बैलेंस और टीम की चुपचाप जीत की नीति — ये सब उन्हें ट्रॉफी की ओर ले जा रहा है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हीथर कनाइट की 300वीं मैच क्यों महत्वपूर्ण है?

हीथर कनाइट ने इस मैच में अपनी 300वीं अंतरराष्ट्रीय मैच खेली, जो महिला क्रिकेट में कम ही खिलाड़ियों ने हासिल किया है। ये उनकी लगातार उपस्थिति, नेतृत्व और बल्लेबाजी की गुणवत्ता का संकेत है। उन्होंने अब तक 11,000 से अधिक रन बनाए हैं और 200 से अधिक विकेट लिए हैं — ये एक अद्वितीय उपलब्धि है।

बांग्लादेश क्यों अर्धफाइनल में नहीं पहुंच पाई?

बांग्लादेश ने टूर्नामेंट में सिर्फ 3 पॉइंट्स जीते, जबकि चार टीमें अर्धफाइनल के लिए योग्य हुईं। उनके पास 12 टीमों में से आठवां स्थान था। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ निकट रहे, लेकिन अंतिम ओवर में दबाव नहीं बना पाए। ये टीम अभी भी विकास की दिशा में है, लेकिन अब नियमित जीत की आदत डालने की जरूरत है।

सोफी एकलस्टोन की गेंदबाजी क्यों फैसला करने वाली रही?

एकलस्टोन ने अपने 10 ओवर में केवल 28 रन दिए और 3 विकेट लिए। उनकी स्पिन ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बाहर कर दिया, खासकर जब वे अंतिम ओवर में रन बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। उनकी गेंदबाजी ने बांग्लादेश के लिए एक बड़ी बाधा बन गई — और इंग्लैंड को जीत के लिए आवश्यक अंतर दिया।

भारत के लिए इस मैच का क्या महत्व है?

भारत ने इस टूर्नामेंट में 7 पॉइंट्स जीते हैं और अर्धफाइनल के लिए योग्य है। इंग्लैंड की जीत के बाद भारत का संभावित विरोधी बनने की संभावना है। ये मैच भारत के लिए एक बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था — क्योंकि इंग्लैंड ने घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ जीत दर्ज की, जो भारत के लिए एक संकेत था कि वे भी दबाव में खेल सकते हैं।