भारतीय मौसम विभाग: मौसम की भविष्यवाणी, चेतावनियाँ और देश की तैयारी

जब आपके शहर में अचानक बारिश हो जाए या तूफान की खबर सुनकर आप घर से बाहर निकलने से डर जाएँ, तो उसकी जानकारी आपको भारतीय मौसम विभाग, भारत सरकार का आधिकारिक मौसम विज्ञान एजेंसी, जो हर दिन लाखों लोगों के लिए मौसम की भविष्यवाणी करता है से मिलती है। यही कारण है कि IMD (India Meteorological Department) देश की सबसे अहम निगरानी वाली संस्था है — न सिर्फ आम आदमी के लिए, बल्कि किसान, बैंक, रेलवे और आपातकालीन टीमों के लिए भी।

भारतीय मौसम विभाग का काम सिर्फ बारिश का अनुमान लगाना नहीं है। यह बाढ़ के लिए चेतावनी जारी करता है, गर्मी के दिनों में हिटवेव की घोषणा करता है, चक्रवातों के रास्ते का नक्शा बनाता है, और बर्फ़ के बरसात की संभावना भी बताता है। इसके अलावा, यह बाढ़ चेतावनी, उत्तर भारत और पूर्वी भारत में हर साल आने वाली बाढ़ के लिए अग्रिम अलर्ट जारी करने वाली प्रणाली को भी नियंत्रित करता है। जब गंगा या ब्रह्मपुत्र के किनारे लोग घर छोड़कर भाग रहे होते हैं, तो उसकी जानकारी आमतौर पर IMD के एलर्ट से शुरू होती है। इसी तरह, आंधी रिपोर्ट, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में आने वाली तूफानों के लिए जारी की जाने वाली आधिकारिक रिपोर्ट भी इसी संस्था की तरफ से आती है।

यह विभाग देश के हर कोने में डेटा इकट्ठा करता है — नदियों का जलस्तर, हवा की गति, तापमान, नमी, और भूमि की गर्मी तक। इन सबको मिलाकर वो एक ऐसी भविष्यवाणी बनाता है जिसकी गलती जान लेने के बराबर हो सकती है। आपने कभी सोचा है कि जब एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द हो जाती हैं, तो कौन फैसला लेता है? या जब किसान अपनी फसल काटने की तारीख तय करता है, तो वो किस बात पर भरोसा करता है? जवाब है — भारतीय मौसम विभाग।

इस साल भी, जब बांग्लादेश की टीम ने महिला विश्व कप में भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया, तो उसकी तैयारी में IMD की भूमिका भी थी। खिलाड़ियों को मौसम के अनुसार ट्रेनिंग दी गई, खेल के समय और स्थान भी इसी के आधार पर तय किए गए। वहीं, जब राजस्थान में स्कूल बंद हुए या जयपुर में करवा चौथ का चंद्रोदय समय बताया गया, तो उसकी जानकारी भी IMD से आई।

इस पेज पर आपको भारतीय मौसम विभाग से जुड़ी हर बड़ी खबर मिलेगी — चाहे वो बारिश की भविष्यवाणी हो, तूफान की चेतावनी हो, या फिर वो रिपोर्ट जिसने एक गाँव की जान बचा दी। यहाँ आपको कोई नकली खबर नहीं मिलेगी — सिर्फ वही जानकारी जो IMD ने अपने डेटा और वैज्ञानिक अनुमानों के आधार पर जारी की है।

साइक्लोन मोंथा का असर: मिर्जापुर-वाराणसी में 30 अक्टूबर को भारी बारिश की चेतावनी

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साइक्लोन मोंथा के अवशेष उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और वाराणसी विभागों में 30 अक्टूबर को भारी बारिश लाने की चेतावनी जारी की गई है, जिससे बिहार और झारखंड में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।